Lahero ki Bansuri - 5 by Suraj Prakash in Hindi Fiction Stories PDF

लहरों की बाांसुरी - 5

by Suraj Prakash Matrubharti Verified in Hindi Fiction Stories

5 जिस वक्‍त रेत पर हमारी कुर्सियां लगायी गयी हैं बारह बज रहे हैं। अचानक अंजलि ने वेटर को बुलवाया है और एक पैकेट सिगरेट और लाइटर लाने के लिए कहा है। हमम। मैं मुस्‍कुराता हूं - इसी की ...Read More