यह कहानी विभीषण के राज्याभिषेक के बारे में है, जिसमें वह अपमानित होकर निकला था, लेकिन आज वह विजयी होकर लंका में प्रवेश करता है। विभीषण का राज्याभिषेक रामचन्द्र द्वारा किया गया है, और शहर में यह घोषणा की गई है कि वह लंका के राजा बन गए हैं। सब लोग उनकी जय जयकार कर रहे हैं और रावण के अत्याचारों के शोक में नहीं हैं। विभीषण को गद्दी पर बैठाने के बाद, रामचन्द्र ने हनुमान को सीता के पास भेजा। सीता जी को लंबे समय के बंदीगृह के बाद स्वतंत्रता मिली है, और वह रामचन्द्र से मिलने को उत्सुक हैं। हर्षित होकर, वह सुंदरता से तैयार की जाती हैं और पालकी में बैठती हैं। जब वह रामचन्द्र के सामने पहुँचती हैं, तो उनकी आँखों से आंसू बहने लगते हैं, लेकिन रामचन्द्र का चेहरा रंज से भरा होता है। सीता जी को लगता है कि रामचन्द्र को उनसे घृणा है, इसलिए वह चिता की तैयारी करने के लिए कहती हैं। रामचन्द्र को सीता की पवित्रता पर कोई संदेह नहीं था, लेकिन समाज की धारणा के कारण वह विवश हैं। जब सीता चिता में कूदने लगती हैं, तो सभी लोग उनके समर्थन में खड़े हो जाते हैं और उनके प्रति कोई संदेह नहीं दिखाते। रामचन्द्र को यह विश्वास होता है कि अब सभी सीता जी की पवित्रता को मानते हैं। रामचर्चा अध्याय 6 by Munshi Premchand in Hindi Fiction Stories 1.1k 2.7k Downloads 7.3k Views Writen by Munshi Premchand Category Fiction Stories Read Full Story Download on Mobile Description राम चर्चा प्रेमचंद द्वारा लिखी गयी बच्चो की पुस्तक है ये पुस्तक लिखने में उनका मुख्य उदेश्य था कि भगवान राम के गुणों को बच्चों तक पहुचाएँ इसी लिए एक वार्तालाप के रूप में इस पुस्तक हो प्रस्तुत किया गया है जहाँ भगवान राम अपनी पत्नी सीता से बात कर रहे हैं और अपने जीवन का वर्णन दे रहे हैं विभीषण के राज्याभिषेक से रामचंद्र द्वारा स्वीकृत अयोध्या की राजगादी तक का समय छठे अध्याय में दर्शाया गया है Novels रामचर्चा राम चर्चा प्रेमचंद द्वारा लिखी गयी बच्चो की पुस्तक है ये पुस्तक लिखने में उनका मुख्य उदेश्य था कि भगवान राम के गुणों को बच्चों तक पहुचाएँ इसी लिए एक... More Likes This DARK RVENGE OF BODYGARD - 1 by Anipayadav वाह साहब ! - 1 by Yogesh patil मेनका - भाग 1 by Raj Phulware बेवफाई की सजा - 1 by S Sinha RAJA KI AATMA - 1 by NOMAN क्लियोपेट्रा और मार्क एंथनी by इशरत हिदायत ख़ान राख की शपथ: पुनर्जन्मी राक्षसी - पाठ 1 by Arianshika More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories