कहानी "आइना सच नहीं बोलता" के भाग 27 में नंदिनी के मन की च tumultuous स्थिति को दर्शाया गया है। वह शादी से पहले की खुशियों से लेकर, पति दीपक के रूखे व्यवहार और मातृत्व के गौरव तक, कई भावनाओं से गुजर रही है। नंदिनी का सपना वकालत करने का था, लेकिन वह टूट चुका है। उसके रिश्ते अब मुट्ठी से रेत की तरह फिसल रहे हैं, और वह अपने सपनों के पूरा होने पर खुश होने या अपनी मायूस ज़िंदगी को सहेजने में उलझी हुई है। चिराग, जो नंदिनी के प्रति आकर्षण महसूस कर रहा है, उसे समझने की कोशिश करता है, लेकिन नंदिनी अपनी दूरी बनाए रखती है। उनका रिश्ता और भी जटिल हो जाता है। घर लौटते समय, नंदिनी अपने विचारों में उलझी रहती है और जब वह वास्तविकता में लौटती है, तो उसे अपने परिवार में नन्हे दिवित का प्यार मिलता है। उसकी सास अमिता नंदिनी की खुशियों की कामना करती है और उसकी मुश्किलों को समझना चाहती है, जिससे नंदिनी को थोड़ी राहत मिलती है। आइना सच नहीं बोलता by Neelima Sharma in Hindi Fiction Stories 16.3k 2.8k Downloads 11.7k Views Writen by Neelima Sharma Category Fiction Stories Read Full Story Download on Mobile Description शुरूआती झिझक के बाद अब महिलाएं काम के साथ हंसी मजाक मौज मस्ती में भी बहुत समय जाया कर रही थीं। उनमे कई उम्र में नंदिनी से काफी बड़ी थीं और गाँव के रिश्ते से जिठानी ननद या सास लगती थीं इसलिए नंदिनी उनसे कुछ कह नहीं पाती थी। उसने झिझकते हुए अमिता से यह बात कही और समय से काम पूरा ना होने पर आगे काम ना मिलने का अपना डर भी बताया। यह तो ठीक बात नहीं है अमिता ने चिंतित हो कर कहा अब काम का बंटवारा कर दो उसके हिसाब से सबकी बैठक व्यवस्था भी अलग अलग करो। सबको सुबह ही बता देंगे कि उन्हें दिन भर में कितना काम करना है खाने पीने की कितनी देर की छुट्टी मिलेगी। तू चिंता मत कर अब मैं सब पर नज़र रखूँगी। जिस काम के पैसे मिले हैं उस काम की क़द्र तो करना पड़ेगी ना। Novels आइना सच नहीं बोलता “रिश्ते सीमेंट और ईंटों की मज़बूत दीवारों में क़ैद हो कर नहीं पनपते... उन्हें जीने के लिये खुली बाहों का आकाश चाहिये। क्या विवाह हो जाना ही एक स्त्री... More Likes This DARK RVENGE OF BODYGARD - 1 by Anipayadav वाह साहब ! - 1 by Yogesh patil मेनका - भाग 1 by Raj Phulware बेवफाई की सजा - 1 by S Sinha RAJA KI AATMA - 1 by NOMAN क्लियोपेट्रा और मार्क एंथनी by इशरत हिदायत ख़ान राख की शपथ: पुनर्जन्मी राक्षसी - पाठ 1 by Arianshika More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories