Dil ki Udaan - 7 books and stories free download online pdf in Hindi

दिल की उड़ान - भाग 7

कल रात जो हुआ उसके बाद सब परेशान थे। किसी ने कुछ खाया भी नही था। उड़ान को कल पूरी रात नींद नही आती है फिर वो सोचती है की उसने कुछ गलत नही किया तो वो क्यों किसी से डरे!!! सुबह होते ही सब नीचे नाश्ते के लिए आते हैं। अभी भी सब लोग शांत होते हैं। सबके लिए कल रात की बात को भुलना बहुत ही मुश्किल था। उड़ान कल रात से थोड़ा बेहतर लग रही थी। तब अभिनव आता है और उड़ान के हाथ में एक पत्र थमा देता है। उड़ान वो पत्र पढ़ती है और अभिनव के सामने देखती है। उड़ान कहती है "कल जो हुआ उसमें मेरी कोई गलती नहीं थी, लेकिन आप को इस सब से क्या फर्क पड़ता है कि कल क्या हुआ। मैंने नहीं राहुल ने मेरे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की थी लेकिन आप इस बात को समझ नहीं पाएंगे। आप कल रात कह रहे थे कि हम मिडल क्लास की लड़की पैसे देख कर प्यार करते हैं और कितना कुछ आपने मुझे सुनाया था, लेकिन आप श्रीमंत क्या करते हैं किसी अकेली लड़की को देखकर उसके साथ जबरदस्ती करते हैं और जब वो मना करती है तो आप लोग उसे बदनाम करना शुरू कर देते हैं।

अभिनव उड़ान को कहता है "जब सबके सामने सच आया तो तुम ये सब कर रही हो। "उड़ान कहती है" नहीं मुझे तमाशे करने का बिल्कुल शौक नहीं है। तमाशे करने का शौक तो आप श्रीमंत को होता है। आप मेरी बात समझ नहीं पाएंगे क्योंकि आखिर है तो आप उस राहुल जोशी के दोस्त ही ना!!! दोस्त की संगत का अब थोड़ा असर तो पड़ेगा ना और आप मुझे काम से क्या निकालेंगे मैं खुद ऐसी जगह काम नहीं करना चाहता जिसके राहुल जोशी जैसे बेशरम और स्त्री की इज्जत लुटेने वाले दोस्त हो क्यों कि मैं किसी ऐसी संगत का हिस्सा बनना नहीं चाहती . इतना कहने के बाद वो सीधा अपने रूम में जाती है और अपना सामान लेकर आ जाती है। सब को वो अपना ध्यान रखने के लिए कहती है और चली जाती है। अभिनव की तरफ वो मूड के भी नहीं देखती है।

अभिनव को इस बात से बहुत हेरानी हुई की उड़ान ने एक बार भी उसके सामने नही देखा। फिर सब नास्ता करके अपने काम पर चले जाते हैं। काम अच्छे से चल रहा होता है लेकिन जो सामान प्रोजेक्ट के लिए चाहिए था वो उपलब्ध नहीं था इसलिए अभय ने अभिनव से इस बारे में बात की। अभिनव ने राहुल को कल रात जो हुआ उसके बारे में मैं सब बात बताई । राहुल इस बात से मन ही मन मैं खुश था फिर ये बात सुनके अभिनव को जरूरी सामान दे दिया। राहुल अभिनव का आभार मानता है की उसने उड़ान जैसी लड़की का साथ नही दिया और उसका साथ दिया। राहुल को पता था कि उड़ान घर जाने के लिए बस पकड़ने के लिए गई होगी। राहुल अभिनव के जाने के बाद सीधा स्टेशन पहोच जाता है। उड़ान को वो परेशान करना चाहता था। उड़ान बस का इंतजार कर रही होती है। उड़ान के मन में कितने विचार आते हैं कि वो अब क्या करेगी । सब उसके बारे मैं कुछ गलत तो नहीं सोचेंगे ना!!!र दूसरे ही पल वो सोचता है कि मैंने जब कुछ गलत नहीं किया तो कोई मेरे बारे में गलत क्यों सोचेगा ।

दूसरी तरफ अभिनव भी उड़ान के बारे मैं ही सोच रहा था। उड़ान एक तरफ होशियार लड़की है और इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए उसकी मदद की जरूरत तो होंगी। इतना ही वो सोचता है तभी अभय आता है और कहता है कि "उड़ान के जाने के बाद सब मजूर को हम कैसे संभालेंगे" उड़ान के पर सबसे बड़ी जिम्मेदरी थी। उड़ान के स्वभाव की वजह से सब आसनी से उसके साथ काम करने के लिए तैयार हो जाते हैं। लेकिन उड़ान को अब अभिनव ने काम पर से निकाल दिया था कि अब ये बहुत ही मुश्किल काम बनता जा रहा था। थोड़े ही दिन में पूरा होने वाला प्रोजेक्ट अब किसी भी हाल में पूरा नहीं हो सकता था क्योंकि उड़ान की जगह पर कोई नया व्यकति ढूढ़ना पड़ेगा और फिर काम शुरू होगा।

राहुल बस स्टेशन पहोच गया था। वहा उड़ान अपना सामान लेकर खडी बस का इंतजार कर रही थी। बस स्टेशन पर सिर्फ थोड़े बहुत ही कार जा रही थी । पूरा स्टेशन खाली होता है। राहुल ने सोचा ये अच्छा मौका है उड़ान को अपनी तरफ करने का , उसे उसके थप्पड़ का जवाब देने का और वो उड़ान की तरफ आता है। उड़ान राहुल को देखकर चौक जाती है और उसे दूर रहने को कहते हैं लेकिन राहुल और करीब आ जाता है। राहुल कल के थप्पड़ का जवाब देना चाहता था उड़ान को इसलिए उड़ान की इज्जत लुटने का सोचा। उड़ान कहती है "कल एक थप्पड़ पड़ा था आज मैं तुझको नहीं छोड़ूंगी !!! मेरे से दूर ही रहना तू !!! " राहुल उड़ान की और आया । वो आकर उड़ान का हाथ पकड़ लेता है। और उसके साथ जबदस्ती करता है।

उड़ान अपने आप को बचाने की बहुत कोशिश करती है और राहुल उसे जोर से धक्का दे देता है। उड़ान सीधा पत्थर पर गिरती है और उसे पैर में चोट लग जाती है। वो अब खडी भी नहीं हो पाती है। उसे पैर मे दर्द होने लगता है। राहुल उसका फ़ायदा उठाता है और उड़ान उसको धक्का देकर वहा से भागती है लेकिन उसकी पैर मैं से खून बह रहा था।उड़ान थोड़ा आगे जाती है और वहां छुप जाती है। लेकिन वो ज्यादा देर तक राहुल से बच नही पायेगी । उसका फोन भी गीर जाता है इसीलिये वो किसिको कॉल भी नहीं कर सकती। तभी राहुल कहता है "तुम कब तक मुझसे बच पाओगी उड़ान"इतने में राहुल को उड़ान के पैर में से निकल रहे खून के निशान देखता हैं। उसके जरिये वो उड़ान तक पहोच जाता है। उड़ान बहुत ही डर जाती है कि अब वो क्या करेगी। आपको क्या लगता है अब उड़ान कैसे बच पाएगी।ये देखने के लिए आगे पढ़ते हैं "दिल की उड़ान" ।।।