Dil ki Udaan - 8 books and stories free download online pdf in Hindi

दिल की उड़ान - भाग 8

हमने आगे देखा की कैसे राहुल उड़ान को परेशान कर रहा है और उड़ान उस से बचने की कोशिश कर रही होती है उतने मैं ही राहुल खून के निशान देखकर उड़ान तक पहोच जाती है। उड़ान राहुल अचानक देखकर बेहोश हो जाती है। उसके पाव से खून बहने के कारण उसे दर्द होने लगता है और चक्कर आने लगते है। राहुल उसके साथ जबदस्ती करने जा ही रहा था उतने मैं दूर से कोई कार आने की आवाज़ सुनाई दी। ये सब देखने के बाद कार मैं से एक आदमी निकलता है, जिसने सूट पहना हुआ था। वो आता है और राहुल को मारता है। राहुल उसे कुछ नही कह पाता क्योकि वो उस व्यकित को पहचानता है।



आपको क्या लगता है वो क्या अभिनव था या कोई और!!!



वो उड़ान को अपनी कार मैं बिठाता है और उसे फिर वही घर ले जाता है।वो डॉक्टर को बुलाकर उड़ान की सारवार कराता है। उड़ान को अभी होश नही आया था डॉक्टर ने उड़ान को आराम करने को कहा। थोड़ी देर बाद अभय और सब लोग घर आ जाते है। अभिनव भी घर आता है तो वो अपने पापा को देखता है और उनसे पूछता है "पापा, आप यहाँ कैसे और आप कब आए? आपने कॉल कर दिया होता तो मैं आपको लेने के लिए आ जाता । अभिनव के पापा अभिनव को कहते है, " बस मैं दोपहर को आया। सोचा तुझे मैं सरप्राइस दु।



सब लोग बाहर बैठे हुए होते है उतने मैं उड़ान को होश आ जाता है। उड़ान को कुछ भी याद नही होता। उसे जब होश आता है तो वो अपने रूम मै होती है। तब उसे बाहर से हँसने की आवाज़ सुनाई देती है , वो अपने रूम से बहार निकलती है तो सबको देखती है। सब लोग उड़ान को ऐसे देख हैरान हो जाते है। अभिनव तब उड़ान से उसकी हालत देखने के बावज़ूद भी कहता है , "तुम यहाँ वापस क्यो आई हो? तुम तो ये घर और ऑफिस छोड़के चली गई थी ना! तुम्हारे यहाँ वापस इस हालत मैं आने का मकसद क्या है! " इतना अभिनव के बोलते ही उसके पापा आते है और सबको कहते है की उड़ान को मैं यहाँ लाया हु तो जो भी सवाल करने है वो मुझसे करे। फ़िर अभिनव के पापा सबको जो हुआ उसके बारे मैं बताते है। सब लोग यह जानकर बहुत हैरान होते है। सब लोग उड़ान से माफी मांगते है और अभिनव के पापा उड़ान को आराम करने के लिए बोलते है। उड़ान बहोत थकी हुई सी लगती है। वो ठीक से चल भी नही सकती थी।

मिताली उड़ान को अपने कमरे मै ले जाती है। अभिनव के पापा अभिनव को समझाते है आज जो हुआ वो बहुत ही गलत हुआ। तुम्हे ऐसे ही बिना सोचे समझे उड़ान पर नही चिल्लाना चाहिए था। कम से कम तुम्हें उस पर चिल्लाने से पहले उसकी हालत का तो ख्याल करना था। वो बिचारी कुछ नही बोली । उसके बाद अभिनव सीधा ऑफिस जाता है और राहुल के पास जाकर उसके मुह से सब सच उगलवाता है। उसे अभिनव पुलिस के हवाले कर देता है, लेकिन उस से पहले वो राहुल को अपने घर ले जाता है और उड़ान से माफी मांगने को कहता है। राहुल उड़ान से माफी मांगता है और फिर पुलिस राहुल को गिरफ्तार कर लेती है। अभिनव के पापा अभिनव को भी उड़ान से माफी मांगने को कहते है क्योकि अभिनव ने भी उड़ान का दिल दुखाया था। अभिनव उड़ान से माफी मांगकर वहाँ से तुरंत

निकल जाता है। उड़ान उसके बाद खुब रोती है। उसको ये बात बहुत परेशान कर रही होती है। उसके दिमाग से ये बात जा ही नही रही थी।



सब लोग उड़ान के कमरे मैं ही बैठे हुए होते है। सब लोग उड़ान को अच्छा महसूस हो उसके लिए हँसी मजाक कर रहे होते है। उतने मै ही अभिनव वहाँ आता है और सबको सो जाने के लिए कहता है क्योकि कल बहुत ही जरूरी मीटिंग होने वाली है। जिस काम से वो लोग गाँव आये थे वो काम पुरा होने वाला था। सब लॉग अब इस गाँव को छोड़ के जाने से उदास थे। तब अभिनव के पापा अभिनव को भी थोड़ी देर सब के साथ बैठने को कहते है। सब लोग बैठे हुए होते है तब मिताली और कारण के प्यार की बाते हो रही थी। अभिनव को ये सब बिल्कुल पसंद नही था लेकिन वो उसके पापा की वज़ह से वहा बैठा था।

तभी करण उड़ान से पूछता है तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है ? तब उड़ान उसे मना कर देती है। करण कहता है "इतनी प्यारी और खुबसूरत लड़की का कोई बॉयफ्रेंड कैसे नही हो सकता? पक्का तुम हमसे झूठ बोल रही हो। " मिताली कहती है " रहने दो करण उड़ान का कोई बॉयफ्रेंड तो पक्का होगा, लेकिन वो हमे नही बताएगी। हम भी एकदिन जान के ही रहेंगे। फ़िर सब लोग को नींद आने लगती है और सब अपने कमरे मैं चले जाते है।मिताली उड़ान को उसकी दवाई दे देती है और सोने के लिए चली जाती है। अभिनव उसके कमरे जाता है फिरउसको ख्याल आता है आज जो भी हुआ वो गलत हुआ। मुझे ऐसे ही बिना बात को जाने उड़ान को गलत साबित नही करना चाहिए था। अगर मैंने उस दिन उड़ान की बात मानकर अगर इस बात को जान लिया होता तो आज जो उड़ान के साथ हुआ वो नही होता। इस सब के लिए कही ना कही मैं भी जवाबदार हु । मुझे इतना खराब व्यवहार नही करना चाहिए था।

अभिनव सीधा उड़ान के कमरे मैं जाता है और कमरे का दरवाजा खटखटाता है। उड़ान दरवाजा खोलती है । अभिनव उड़ान से कहता जो हुआ वो अच्चा नही हुआ, मुझे पता है इसमें तुम्हारी कोई गलती नही थी लेकिन जो हुआ उसे अब भूल जाते है। कल से वापस ऑफिस आ जाना अगर तुम्हें अच्छा लगे तो! मैं चलता हु शुभ रात्रि कहकर वो चाल जाता है। उड़ान के मन मैं अभी भी सवाल चल रहे होते है की इतना कुछ होने के बाद भी क्या उसको ऑफिस फिर से जाना चाहिए या नही। आपको क्या लगता है उड़ान को ऑफिस जाना चाहिए या नही? क्या उड़ान कल ऑफिस जायेगी या नही? देखने के लिए आगे पढ़ते है, "दिल की उड़ान "