आगे हमने देखा कैसे अभिनव उड़ान को फिर से जॉब पर आने के लिए कहता है लेकिन उड़ान अभी भी सोच रही होती है। सुबह होते ही सब लोग तैयार हो कर मीटिंग के लिए इकठ्ठा होते है। सब लोग उड़ान का ही इतज़ार कर रहे होते है। अभिनव को लग रहा था जो हुआ उसके बाद उड़ान ऑफिस नही आयेगी लेकिन उड़ान को ऑफिस के तैयार होकर आता देख अभिनव अचानक चौक गया। उड़ान मिताली और बाकी लोग के साथ कार मैं बैठ जाती है। मीटिंग मैं प्रोजेक्ट कामयाब हो जाता है और इस सबका रिपोर्ट उड़ान तैयार कर लेती है।
उड़ान रिपोर्ट तैयार कर अभिनव को सौप देती है। अभिनव प्रोजेक्ट कामयाब होने की खुशी मैं आज शाम अभिनव की तरफ से सब को पार्टी दी जा रही है। सब लोग कल सुबह इस गाव से निकल जायेंगे। आज सबका आखिरी दिन था इस गाव मैं इसलिए सब पुरा दिन गाव मैं धुमने का सोचतें है। सब बहुत खुश दिखाई दे रहे थे। अभिनव के पापा ये मीटिंग समाप्त होने के बाद शहर चले जाते है।
मिताली और करण एक तरफ़ धूम रहे होते है तो दूसरी तरफ अभय और अनुराग धूम रहे है। उड़ान के पैर मैं चोट लगने की वज़ह से वो ज्यादा धूम नही पाती और सब से अलग हो जाती है। उतने मैं ही अभिनव का ध्यान उड़ान पर जाता है , फिर वो उड़ान के साथ चलता है। उड़ान थक जाती है तो फिर दोनों वही बैठ जाते है। अभिनव और उड़ान दोनों को गाव के रास्तो के बारे मैं पता नही था इसलिए वो कहा थे उसको पता नही था। फोन मैं नेटवर्क भी नही आ रहा था। उड़ान को प्यास लगती है तो अभिनव उसके लिए पानी लेकर आता है। उधर दूसरी तरफ सब लोग उड़ान और अभिनव को ढूढने लग जाते है। शाम होने आई थी, पार्टी के शरू होने का समय होने वाला था इसलिए मिताली और करण ने पार्टी की सारी तैयारियां कर ली और अनुराग, अभय अभिनव को ढूढने लग गए।
थोड़ी देर बाद उड़ान ने किसी अजनबी की मदद से बाजार से बाहर निकलकर घर पहुँचते है। घर पहोचते ही पता चलता है कोई घर पर ही नही ही। रामु काका ने कहा सब लोग आपका इंतज़ार करने के बाद पार्टी मैं चले गए और आपको भी पार्टी मैं आने को कहा है। अभिनव अभय को वो घर आ गए ये बताकर दोनों कपड़े बदलने चले जाते है। कुछ देर बाद अभिनव नीचे तैयार होकर उड़ान की राह देख रहा होता है। उड़ान जैसे ही नीचे आती है अभिनव मानो जैसे चौक जाता है क्योकि उड़ान बेहद ही खूबसूरत लग रही थी।
उड़ान ने लाल कलर का ड्रेस पहना हुआ था। वो सीडी पर से नीचे आ रही थी तो मानो जैसे कोई अप्सरा लग रही है। वो उसकी नशीली आँख, उसके आँखों का काजल, उसके गाल का वो शर्मिला रंग, उसके होंठों की वो लाली, उसकी लहराती वो ज़ुल्फे, उसकी वो नशीली चाल।।।।
बस बस, फिर उड़ान नीचे आकर अभिनव को बोलती है चले! फिर दोनों पार्टी मैं चले जाते है। आप जैसा सोच रहे है अभिनव ने फिर कार का दरवाजा खोला होगा और कुछ! नही, ऐसा कुछ नही हुआ क्योकि अभिनव का दिल अभी भी पत्थर ही था लेकिन हाँ वो लड़कियों को देखता भी नही था वो बात बदल चुकी थी। अभिनव और उड़ान दोनों पार्टी मैं पहोचते है और उसके बाद कैक कट कर सब डांस करते है। वही दूसरी तरफ खाने और पीने कि व्यवस्था की गई थी। उड़ान तो एक तरफ बैठ जाती है और मिताली डांस कर रही होती है। दूसरी तरफ सब लड़के एक के बाद एक शराब पीने लगते है। अभिनव और करण शराब के नशे मैं एकदम से धुत हो जाते है। वो दोनों अपने होश खो देते है।
पार्टी खत्म हो चुकी थी सिर्फ ऑफिस के स्टाफ ही थे। मिताली और अनुराग करण को लेकर घर जाते है और उड़ान - अभय अभिनव को घर लेकर जाते है। करण के स्वभाव से तो सब लोग परिचित होते है लेकिन अभिनव के स्वभाव से सब हैरान होते है। अभिनव नशे मैं मानो एक प्यारा सा बच्चा बन जाता है। उड़ान को ऐसे गले लग जाता है मानो जैसे कितने साल से वो किसी को गले लगाना चाहता हो। उड़ान की वो तारीफ़ करता है जो वो उड़ान को आता देख करना चाहता था लेकिन अपने स्वभाव की वज़ह से नही कर पाया।उड़ान को पता था अभिनव नशे मैं धुत है इस लिए वो कुछ सोचती नही है। फिर वह उसे उसके कमरे मैं सुला के आ जाती है। अभय ये सब हुआ उसका वीडियो रिकॉर्ड कर रहा था ताकि वह सुबह होते करण और अभिनव को यह वीडियो दिखा सके।
सुबह होते ही सब लोग शहर वापस जाने के लिए तैयार थे। लेकिन करण और अभिनव अभी भी अपने कमरे मैं सौ रहे थे। करण का सामान मिताली ने पैक कर लिया था और अभिनव का सामान अभय ने ले लिया था।
उन दोनों की वज़ह से निकलने मैं थोड़ी देर हो गई। दोनों तैयार होकर नीचे आ गए तब तक अनुराग और अभय ने सारा सामान कार मैं रख दिया था। उन दोनों के आते ही अभय उनको वीडियो दीखाता है। अभिनव उसका और उड़ान का वीडियो पहले ही देख लेता है इसलिए उसने वो वीडियो कोई और देखे उससे पहले डिलेट मार देता है।
अभिनव ये सब देखकर बहुत शर्मीदा होता है। सब लोग यह वीडियो देखकर हँसते है और शहर जाने के लिए रवाना होते है। उड़ान अपना सामान कमरे मैं भूल जाती है तो वो लेकर आती है इतने मैं कार मैं अभय, अनुराग, करण और मिताली बैठ जाते है। उड़ान अपना सामान लेकर आती है उतने मैं कार मैं बैठने की जगह ही नही बचती। अभय उड़ान को अभिनव की कार मैं आने को कहता है । अभिनव भी उड़ान से कहता है मेरी कार मैं बैठ जाओ वैसे भी तुम्हारे पैर मैं चोट लगी है। उड़ान और अभिनव अपनी कार मैं बैठ जाते है और अभय और वो निकल जाते है। आपको क्या लगता है अब अभिनव और उड़ान क्या करेंगे? क्या अभिनव उसे कल रात जो हुआ उसके बारे मैं क्या कहेगा? देखते है मेरे साथ "दिल की उड़ान"