मुखाग्नि

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समाज की रूढ़ियों को तोड़ती एक लड़की की कहानी जिसने सबको अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लिया था। किंतु बेटे की चाह रखने वाली माँ ने सदैव उसका तिरस्कार किया।