आपातकाल और सुंदर - तृतीय भाग

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भ्रष्ट पुलिस प्रशासन और माफिया रूपी राजनेताओं की जुगलबंदी का मुक़ाबला सुंदर नहीं कर पाया और एक तानाशाही व्यवस्था की भेंट चढ़ गया लेकिन मरने से पहले लोगों में क्रांति की लौ जगा गया, जिसने तानाशाह को धराशायी कर दिया।