क्रिश यादव अपनी दुकान पर बैठे दूध बेच रहे थे। अपनी नादानी में एक जनाब की बेइज़्ज़ती कर बैठे, बिना ये सोचे कि कभी अपना भी कोई काम उनसे निकल सकता है। और फिर....