अपना

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उसी समय नाज़नीन का भाई बाहर आ गया। उसने उसे पहचाना नहीं या जानबूझ कर अनजान बना रहा अरे क्यों वापस कर रही हो। खुशी के मौके पर नाचना गाना तो इनका काम है। नाज़नीन को देख कर बोला तुम तो अकेले हो। कोई ढोलक बजाने वाला भी नहीं है। कैसे नाचोगे। नाज़नीन बोला आज बहुत खुश हूँ। मुझे किसी की ज़रूरत नहीं। यह कह कर वह ताली बजा कर नाचने लगा।