यह कहानी वो साड़ी कहानी के आगे की कहानी है। कभी ऐसा भी हो जाता है कि बड़ी दिक्कतों से हासिल की अपनी मनपसंद चीज़ से हमें हमेशा-हमेशा के लिए घृणा हो जाए। कुछ ऐसा ही हुआ उस नीली साड़ी के साथ।