दूर की सोंच

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ह्रदय नारायण कुछ देर सोंच कर बोले हो सकता है मेरा तर्क सुन कर तुम सोंचो कि यह पागल हो गए हैं। लेकिन मैंने यह केस मेरे तुम्हारे और हम जैसे उन सब लोगों के लिए लिया है जो धीरे धीरे बुढ़ापे की तरफ बढ़ रहे हैं। कल हमारे बच्चे भी जवान होंगे। तब उनके सामने यह उदाहरण रहना चाहिए कि बूढ़े माता पिता से धोखा करने पर सज़ा भुगतनी पड़ती है। यह मेरी भविष्य के लिए एक कोशिश है। ह्रदय नारायण ने गुप्ता पर नज़रें टिका दीं। गुप्ता को कोई तर्क नहीं सूझ रहा था।