यह कहानी है एक सशक्त महिला की। जिसे तीन तरफा संघर्ष करना पड़ा। स्त्री होते हुए अपनी पहचान पाने का पोलियोग्रस्त होते हुए अपनी मंज़िल तक पहुँचने का समाज के पिछड़े वर्ग में जन्म लेने के बावजूद अपना स्थान पाने का वह तीनों मोर्चों पर सफल रही।