हिम स्पर्श 46

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46 “वफ़ाई, मेरे पास एक योजना है। तुम्हें रुचि है इसे सुनने में?” जीत ने प्रभात में ही वफ़ाई से संवाद प्रारम्भ कर दिया। वफ़ाई ने अभी अभी प्रभात की नमाझ पूर्ण की थी। वह नींबू सूप बनाने में व्यस्त थी। वफ़ाई जागते ही मौन थी, शांत थी। जीत के शब्द वफ़ाई के लिए बात करने, उत्तर देने अथवा स्मित देने के लिए पर्याप्त नहीं थे। वफ़ाई मौन ही रही। जीत ने अपने शब्द फिर कहे, लगभग वफ़ाई के कान में। वफ़ाई का हृदय गति चूक गया, श्वास रुक गया और आँखें बंध हो गई। जीत पहली बार वफ़ाई