अफ़सोस

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बात उस रीयूनियन पार्टी की है जहाँ मुझे और साहिल को अपने स्कूल के दोस्तों से दोबारा मिलने का मौका मिला हम पार्टी में पहुँचे और जैसे सभी दोस्त हमारा ही इंतज़ार कर रहे थे, हम सब बहुत खुश थे। इतने सालो बाद अपने दोस्तों से दोबारा मिलकर जैसे पुरानी यादें ताज़ा हो गयी। साहिल और उसके दोस्त ऐसे बातों में खो गए जैसे उनका बचपन दोबारा लौट आया हो । अचानक मेरी नज़र शिखा पर पड़ी, मुझे वो स्कूल के दिनों से ही पसंद नहीं थी। लेकिन सालों बाद उसको देखकर भी अच्छा लगा। लेकिन शिखा मेरे पास आई