अब और नहीं

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नेहा जल्दी-जल्दी तैयार होने लगी। साड़ी ठीक करते हुए माथे पर मैचिंग बिंदी लगाई, खुद को आईने में दाएं-बाएं देखकर पर्स उठा बाहर किचन की तरफ आ गई "कितनी देर हो गई आज" टेबल से नाश्ते की प्लेट और चाय के कप उठाती खुद से ही बड़बडाती जा रही थी। "एक तो आजकल यह काम वाली बाईयों के नखरे इतने बढ़ गए हैं कि पूछो मत" टिफिन पर्स में डालते हुए नेहा बाहर निकली । मेन सड़क से ऑटो पकड़ ऑफिस पहुची नेहा मुंबई के एक मशहूर काउंसलर के यहां रिसेप्शनिस्ट की जॉब पर थी। जिस वजह से कई बार वह मॉडल