घडी - दी टाइम इज रनिंग आउट

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“घडी” दी टाइम इज रनिंग आउट By Prashant Vyawhare ! यह कहानी समर्पित है उस वीर जवानो और मेहनती किसानो को जो आज हमारे देश की धड़कन है! !कहते है समय बड़ा बलवान है और कब किसी का समय बदलेगा ये कोई नही बता सकता! इस कहानी के सभी पत्र एवं घटनाये काल्पनिक है. सुबह का वक़्त था पीपल पार्टी के नेता श्री रावसाहेब उनके आवास के आँगन में सोफे पर बैठ कर हाथ में अख़बार लिए, चाय के चुस्किया भर रहे थे, के तभी उनका असिस्टेंट दौड़ कर आता है और कहता है, सर दिल्ली से फ़ोन