दिल की दुआ

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राहफकीर जुनूनी मिजाज में जंगल के भीतर इधर से उधर भटक रहा था| कठिनाइयों से उलझी इस जिंदगी में उसे एक ही खास और आदर्श नसीहत मिली थी,वह थी इस जीवन की उदेश्यपूर्ति करना,उसे सम्पूर्ण रूप से सार्थक सिद्ध करना|और वह इस मकसद को किसी भी कसर पर हरगिज नहीं छोड़ देना चाहता था|इसलिए तमाम कोशिशों से पछाड़ खाकर,मुसीबतों से सामना कर के वह फिर से अपने मकसद में लग जाता था|ये जुनून उसे तभी से लगा जब उसकी माशूका ने उसे यह कहकर अपने दिल से निकाल दिया कि तुम्हारे पास ऐसा क्या हैं, जिससे मैं अपनी पूरी ज़िंदगी