काश...

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अक्सर सोचा करता हूँ कि मैं आखिर पढ़ता कब हूँ ।रात को बारह बजे मोबाइल में नेट आता है,सुबह से शाम तीन बजे तक मोबाइल चलाते रहता हूँ ।फिर कोचिंग जाता हूँ ।शाम में सात बजे वापस आता हूँ ।फिर टीवी देखता हूँ,खाना खाता हूँ ।और रात को सोने वक्त के मोबाइल चलाता हूँ ।मैं अभी दसवीं कक्षा में पढ़ रहा हूँ ।मैं पहले जिस स्कूल में पढ़ता था,वहाँ पर मेरा एक दोस्त था जितेश ।वह मुझे कहता था,मेरे दोस्त सौरभ मैं एक दिन आईएस ऑफिसर जरूर बनूंगा । उस वक्त जितेश पढ़ाई में मेरे ही बराबर था,या यूँ कहूं तो