भक्ति साधन भी, साध्य भी

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भक्ति साधन भी, साध्य भी श्री बालकिशन दास चांडक उम्र 92 वर्ष माहेश्वरी समाज में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रतिष्ठित व्यक्तित्व है। वे विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं के माध्यम से देश व समाज की सेवा में संलग्न है। इतनी उम्र्र होने के बाद भी यथाशक्ति सक्रियता बनाए हुये हैं। उनका कहना है कि वास्तव में मनुष्य जीवन मृत्यु के विधान से कर्मानुसार बंधा हुआ है। हमारे शास्त्र तो हमें यही प्रेरणा देते है कि चौरासी लाख योनियों में भटक कर यह मनुष्य जन्म प्राप्त हुआ है। मनुष्य ही ऐसा प्राणी है जिसमें विवेक है व विवेक के आधार पर वह