माँ की चिठ्ठी

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कहानी - माँ की चिठ्ठी “ सुन रहे हो , देखो आज फिर अम्माजी ने सारा टेबल गंदा कर दिया है . पूरी चाय टेबल पर गिरा दिया और कप फर्श पर टूटी पड़ी है . तुम आ कर साफ़ करो . “ शुभ्रा ने पति को आवाज दिया “ डिअर , आज तुम्हीं साफ़