औरतें रोती नहीं - 21

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औरतें रोती नहीं जयंती रंगनाथन Chapter 21 उस रात की सुबह नहीं शायद दुबई से वह इतनी जल्दी न निकलती, अगर उस रात अलीशा उससे मिलने के बजाय अपने एक कमरे के स्टूडियो में खुदकुशी न कर लेती। उस दिन शाम तक वह इंतजार करती रही अलीशा का। फोन पर ऑनी ने बता की थी उससे। न जाने किस बात पर नाराज थी वह उससे। ऑनी ने फोन रखने के बाद कहा था, ‘‘बहुत लालची हो गई है अलीशा। तुम उससे न मिलो, तो अच्छा है। तुमको पसंद नहीं करेगी।’’ ‘‘क्यों?’’ ‘‘तुम यंग हो। अट्रैक्टिव हो। उसके धंधे में उतर