ममता की छाँव - 3

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मौली अपनी माँ को खो चुकी थी। हालांकि उसका इसपर विस्वास कर पाना मुश्किल था, क्योंकि अभी कल की ही तो बात थी, जब वह मां के मना करने पर भी स्कूल जाने की ज़िद लिए बैठी थी । कितने प्यार से उसकी माँ ने उसे बाल बनाकर स्कूल भेजा था। पलभर का समय औऱ पलक झपकते ही सब खत्म ।मौली ने अपनी माँ से बहुत सी जादू की कहानियां सुनी हुई थी.. जिसमें रात को परी आकर छोटी बच्ची की सारी ख़्वाहिशें पूरी करती..हालांकि मौली हमेशा जानती थी कि ये सब सच नही है..पर इन चमत्कारों से भरी कहानियों