तेरे शहर के मेरे लोग - 7

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वीरेंद्र के अपना कला संस्थान खोल लेने के बाद मैंने अपने संस्थान का भी विधिवत पंजीकरण करवा लिया। संस्था के पंजीकरण के कारण मुझे दो - तीन बार जयपुर के समीप स्थित टोंक जिला मुख्यालय पर भी जाने का अवसर मिला।( सात )इस प्रक्रिया में मुझे कुछ नए अनुभव हुए। मैंने देखा कि अधिकांश स्थानों पर सरकारी सेवा में जो लोग थे, वो कई नियमों से अनभिज्ञ तो थे ही, उनमें किसी नए, उन्नति के कार्य को अंजाम देने की पहल करने का जज़्बा भी नहीं था।इसका कारण ये था कि ये जिला प्रदेश के चंद पिछड़े जिलों में शामिल