बोतल

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"मोनू, सुन क्यों नहीं रहा तू?"माँ ने पिछले एक मिनट में तीसरी बार मुझे आवाज़ लगायी थी | मैं हॉल के सोफे पे एक टांग नीचे लटका के अपना फ़ोन चलाने में बिजी था | महीनों बाद सिर्फ हफ्ते भर के लिए घर आने पे भी फ़ोन में घुसे रहना शायद मेरे लिए माँ के साथ समय बिताने से ज्यादा ज़रूरी था ! माँ बाथरूम में मेरे कपड़े धो रही थी | ऐसा नहीं है कि हमारे घर में वाशिंग मशीन नहीं था, लेकिन माँ का मानना था कि जितने गंदे कपड़े मैं छुट्टियों में घर लेकर आता हूँ, उनको मशीन