मेरी जिंदगी का सफर - 2

  • 8k
  • 1.6k

जब मैं 9वी का छात्र था तभी मेरे नाना सेवानिवृत्त हो गए और वापस गांव आ गए और साथ मे आई मेरी मामी।यहां आकर उन्होंने देखा कि ये यहां बहुत चैन से रह रहा है। अपने स्कूल का टॉपर है और उस क्षेत्र में इसकी जान पहचान बहुत है तो उन्होंने मुझे अंदर से खत्म करना चाहा। उस समय उन्होंने मेरे बारे में सिर्फ पता किया। तबतक मेने हाई स्कूल पास कर लिया था। फिर मेने भगवंत पाण्डे इंटर कॉलेज में गणित संकाय से प्रवेश लिया। फिर लगभग 1हफ्ता पढ़ने गया। इसी दौरान मेरी बीमारी बहुत ज्यादा होने लगी। और