सन्देशा - 2

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हरीश के जाने के दुःख में कमला कभी कभी मायूस हो जाती थी। कभी कभी लगता की जैसे वो एक दिन लौट के वापिस आ जायेगा उसके जाने का दुःख कमला सीने में दबाये बैठी थी ठीक से रो भी नहीं पाई थी। एक दिन कमला को पेट में हल्का सा दर्द होने लगा अम्मा ने तुरंत बगल वाले घर में आवाज लगाई अरे मनोज, रे मनोज जल्दी से अपनी गाडी लेके आ कमला को अस्पताल लेके जाना है जल्दी कर। इतने मनोज ने तुरंत गाडी निकाली और घर के आगे गाडी खड़ी कर दी। अरे देख क्या रहा है