मेरे शब्द मेरी पहचान - 6

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---- महेंद्र सिंह धोनी ----( मेरी यह कविता भारत के महान क्रिकेट जगत के खिलाड़ी हम सब के चहीते महेंद्र सिंह धोनी को समर्पित है। आशा है मेरी ये छोटी सी कविता आप सभी को पसंद आयेगी। )* बिजली से तेज वो अपने हाथों को चलाता है ,चाणक्य सी चतुराई वो अपने दिमाग से करवाता है ,खेल को उसके समझ पाना ऐरे - गैरो की बस की बात नहीं ,देख उसे अच्छे अच्छों का दम निकल जाता है ,फिर तुझ जैसा तो उसके नाम से ही घबराता है ।आँखे झपकने से पहले ही वो डंडो को उडाता है ,गलती अम्पायर