दूसरी औरत... सीजन - 2 - भाग - 5

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बीते तीन दिनों में शायद ही ऐसा कोई नुस्खा या प्रयास बचा हो जो कि पल्लवी नें अपने नीरस पति पर आजमाया न हो ! और इस सिलसिले में आज उसके पास जो नुस्खे की पुड़िया थी वो उसे उसकी सहेली दीपा से मिली थी जो अपने मोहल्ले,गली और गाँव हर जगह अपने इसी हुनर के लिए कभी खासी मशहूर हुआ करती थी, खैर ! अब तो उसकी गिनती सीधी-साधी,सुशील और शरीफ़ बहुओं में हुआ करती है तो छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी ! हाँ ये और बात है कि आज भी गाँव की पढ़ी से पढ़ी