नयन मॉं की ऑंखें खुली थीं, मैं पूजा सामग्री हाथों में लेकर निह

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नवरात्रि स्टोरी — नयन मॉं की ऑंखें खुली थीं , मैं पूजा सामग्री हाथों में लेकर निहारती रही। सुंदर छवि देख कर मुझे जीती जागती मॉं दिखाई दी तभी पीछे से किसी ने मेरे कंधे पर हाथ रखकर कहा—- “जल्दी करो! हमें भी पूजा कर के बाक़ी के काम निपटाने है , तुम्हारी तरह ख़ाली नहीं है ।” मैंने मुड़कर देखा तो जब तक पीछे खड़ी हुई महिला ने हाथ लम्बे करके मॉं की मूर्ति के आगे पुष्प और पैसे पैरों पर निशाना लगा कर चढ़ाने की कोशिश की और वहॉं