प्यार ऐसा भी "मेरे लिए आज भी तुम्हारी खुशी सबसे पहले है, इस बात का यकीन करो"। मैनें उसका हाथ अपने हाथ में लेते हुए कहा। "प्रकाश ये बात पुरानी हो गयी है कुछ नया कहो"। उसने ताना देते हुए कहा, जिसे मैं उस हाल में नज़र अंदाज कर गया। वो चलने को तैयार खडी थी, रिसेप्शन पर टैक्सी के लिए बोला ही हुआ था सो उसका भी फोन आ गया। " चलो चलते हैं अब" । जैसे ही चलने को हुई तो हमेशा की तरह बाथरूम चली गयी, ये उसकी आदत है।" मैं कई बार बोलता भी कि ऐन