पल पल दिल के पास - 12

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भाग 12 तुमसे मिलने की तमन्ना है.. पिछले भाग में आपने पढ़ा की मैने नियति से कोर्ट में अचानक हुई मुलाकात में वादा किया किया था की उसकी हेल्प करूंगा मिनी की कस्टडी दिलाने में। रस्तोगी मेरा दोस्त था तो मैंने उससे केस का पूरा डिटेल लेने के लिए उसे कॉल किया। मेरा अंदेशा सही निकला। जैसा की मैं जानता था की रस्तोगी अपने हर केस में कुछ न कुछ झोल जरूर करता था। नियति के केस में भी वो नीना देवी की साइड हो गया था। वो सिर्फ केस को लंबा खींचना चाहता था। जब उसे मेरी नियति से