आँगन की चाँदनी - 9

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शाम को सब लोग हॉस्पिटल में मौजूद थे, डॉक्टर कमरे से बाहर आ कर मुस्कुराते हुए बोले,मुबारक हो आपके मरीज़ को होश आ गया है यह खबर सुनकर सबके उतरे हुए चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गयी, आरुषि दौड़ते हुए आरोही को गले लगा कर मुस्कुराते हुए बोली, अब तो मुस्कुरा दो तुम्हारे मंगीतर को होश आ गया। आरोही शर्माते हुए बोली, दी राहुल को होश में आने के बाद उसके माँ पापा उसके पास ही बैठे थे, राहुल के परे चेहरे पर पट्टियां बधी थी वो किसी को देख नही सकता था लेकिन अटक अटक कर बोल रहा