विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - 11

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विश्वास (भाग - 11)"क्या सीक्रेट बातें हो रही हैं दादी पोती में"? उमेश ने दोनो से हँसते हुए पूछा। "हाँ भई हम को भी बताओ कुछ", अपने साथ लाया सामान टेबल पर रखते हुए मीनल ने कहा।"कुछ सीक्रेट नहीं बस इसको सिर में दर्द हो रहा है तो दबा रही थी"।"अब कैसा है बेटा? कुछ आराम मिला"? टीना ने "हाँ" में सिर हिला कर जवाब दिया।"मेरी गुडिया बहुत ब्रेव है", सब प्रॉब्लम्स को भगा देती है,"। पापा ने बेटी की तारीफ करते हुए कहा। "अच्छा माँ अब चलता हूँ, आज एक मीटिंग है तो देर हो रही है, मीनल तुम