दादा ठाकुर की शैतान हवेली

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रात के समय कार धक्के खाते हुए रुक गई और उमसे आरव उसमे निचे उतरा और घडी देखी. उस वक़्त रात के ठीक 09:00 बज रहे थे, फिर उसने कार का बोनेट खोला और उसे ठीक करने की कोशिश करने लगा, लेकिन गाडी स्टार्ट नहीं हो रही थी. आराव ने मोबाइल से मदत मंगवानी चाही, पर उसमे नेटवर्क का नमो निशान नहीं था, फिर उसने गाडी की पिछली सिट पर सोई हुई. अपनी  पत्नी मिताली को आवाज दी…मिताली …अरे.. ओ मिताली.. उठो जल्दी से, हमे आजकी रात किसी गेस्ट हाउस या होटल  में बितानी होगी.   क्योंकि गाडी खराब हो गई