द्रोहकाल जाग उठा शैतान - 21

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एपिसोड २१ उसने अपने होठों पर शैतानी मुस्कुराहट के साथ शैतानी आवाज में कहा, उसकी आँखें उसकी पलकों से थोड़ी धुंधली हो गई थीं जैसे कि कोई साजिश चल रही हो। भूरी ने शैतान के मुँह से अपनी तारीफ सुनी और ख़ुशी से तेज़ आवाज़ में हँसने लगी, लेकिन गद्दार अपने होठों पर शैतानी मुस्कान लिए उसे देख रहा था। कोट के अंदर पहुँचकर उसने एक सुनहरा ब्रश निकाला। ब्रश देखते ही भूरी की आँखें वासना से चमक उठीं - दोनों आँखों में ब्रश की चमकती सुनहरी छवि दिखाई दी। "इसे लें!" शैतान ने नुकीले पंजे वाले नाखूनों वाला अपना