भूतपूर्व प्रेमियों के नाम…

  • 1.3k
  • 462

यशवंत कोठारी भाइयों, मामाओं और पिताओं,  आप को व आप की यादों को प्रणाम.  आशा हैआप सब अपनी अपनी गृहस्थी में व्यस्त या अस्त व्यस्त होंगे. मुझे आप सब की याद एक साथ आई सो यह सामूहिक पत्र जिसे आप सब व्हात्ट्स एप्प या एस एम् एस पर पढ़ सकते हैं. जानती हूँ आप लोग अब प्रोढ़ हैं हाई बी पी, मधुमेह थाइरोइड के रोगी है, चार सीढियाँ चढ़नें में हांफ जाते हैं मैं भी पहले जैसी नहीं रही फिर भी यह मेसेज.  सब से पहले मुझे रमेश ने देखा और इक तरफ़ा प्यार में पड़ गया. रमेश ने आसमान