अपनी दुनिया

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कहानी अपनी दुनिया धीरेन्द्र अस्थाना एक खूबसूरत और सुसंस्कृत शहर। शहर के सुन्दर बंगले और सभ्य लोग। लोगों का उच्चस्तरीय सौन्दर्यबोध और नफासत। नफासत की शानदार जगहें और जगहों में बसे हुए रिटायर्ड ऑफीसर। शायद इसीलिए शहर को रिटायर्ड लोगों का शहर कहा जाता है। राजधानी के एक विख्यात, युवा स्टेज डायरेक्टर ने अपने अड़तालिस दिन शहर में गुजारने के बाद कहा था—सचमुच यह रिटायर्ड लोगों का शहर है। यहां का युवक भी रिटायर्ड मानसिकता की देन है। इसी शहर की एक साधारण—सी ‘मखमल में टाट के पैबन्द‘ वाले मुहावरे को सार्थक करती कॉलोनी है, रामनगर कॉलोनी, जहां अरसा पहले