एक रास्ता समाज दूरस्ती का

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एन्जिनियरींग का अभ्यास करने के लिए सुरभी को उसी शहर में आना हुआ जहां पर उसकी सहेली मयुरिका पढने आई थी । शहर में आई सुरभी को बड़ी मुश्किल से एक एपार्टमेंट के सातवें माले पर एक पुराना-सा फ्लेट किराये पर मिल सका । लेकिन फ्लेट की दूर्दशा को देखकर उसका दिल टूट जाता है । सीढ़ीयों पर जगह जगह पान की लालमलाल पिचकारियाँ और जली हुई सिगरेट के टूकड़े ईधर ऊधर बिखरे पड़े दिख रहे थे ।