SHIKANJA by Prabodh Kumar Govil in Hindi Classic Stories PDF

शिकंजा

by Prabodh Kumar Govil Matrubharti Verified in Hindi Classic Stories

यही कोई दो- पांच साल हुए हैं जब इस गांव में भी बीसवीं सदी ने पांव धरे हैं। बच्चों के लिए छोटी सी पाठशाला बन गई है। बरसों से मास्टरजी का छोकरा घनश्याम नीम के नीचे ही चलाता था ...Read More