Gunaho ka Devta - 30 by Dharmveer Bharti in Hindi Fiction Stories PDF

गुनाहों का देवता - 30

by Dharmveer Bharti Matrubharti Verified in Hindi Fiction Stories

भाग 30 ''सुधा, यह तो सच है कि मैंने तुम्हारे मन को बहुत दुखाया है, लेकिन तुम तो हमारी हर बात को, हमारे हर क्रोध को क्षमा करती रही हो, इस बात का तुम इतना बुरा मान गयी?'' ''किस ...Read More