Raaj-Sinhasan - 7 by Saroj Verma in Hindi Classic Stories PDF

राज-सिंहासन--भाग(७)

by Saroj Verma Matrubharti Verified in Hindi Classic Stories

प्रातःकाल हो चुकी थी परन्तु अभी तक सूर्य की किरणों ने अपनी छटा नहीं बिखेरी थी वो बस इस प्रतीक्षा में थी कि सूर्य उन्हें कब आदेश दे एवं वे अपने प्रकाश को इस संसार में प्रसारित कर दें,अभी ...Read More