Raaj-Sinhasan - 9 by Saroj Verma in Hindi Classic Stories PDF

राज-सिंहासन--भाग(९)

by Saroj Verma Matrubharti Verified in Hindi Classic Stories

सूरजगढ़ के सैनिकों के जाने के उपरांत सभी जनों का वार्तालाप समाप्त हो चुका था क्योंकि सबको नीलमणी एवं सहस्त्रबाहु की सत्यता ज्ञात हो चुकी थी,कुछ शेष ही नही रह गया था,इसलिए सभी अपनी अपनी कुटिया मेँ लौट गए ...Read More