Raaj-Sinhasan - 14 by Saroj Verma in Hindi Classic Stories PDF

राज-सिंहासन--भाग(१४)

by Saroj Verma Matrubharti Verified in Hindi Classic Stories

तब ज्ञानश्रुति ने निपुणनिका से कहा.... निपुणनिका! अब मैं आ गया हूँ,अब मैं तुम्हें कोई भी कष्ट नहीं होने दूँगा और जिसने तुम्हारी ये दशा की है उससे अवश्य ही प्रतिशोध लूँगा तभी मेरे हृदय की अग्नि शान्त होगी।। ...Read More