hope remains by Ranjana Jaiswal in Hindi Moral Stories PDF

उम्मीद बाकी है

by Ranjana Jaiswal Matrubharti Verified in Hindi Moral Stories

शीत ऋतु की एक संध्या थी |मैं छत पर खड़ी क्षितिज की ओर ,जहां अभी-अभी सूर्यास्त हुआ था ,आकाश को निहार रही थी |सुदूर पश्चिमी क्षितिज पर ढलने वाली रात के भूरे साये बचे-खुचे दिन के गुलाबी अवशेषों पर ...Read More