अनसुनी यात्राओं की नायिकाएं - भाग 2

by Pradeep Shrivastava Matrubharti Verified in Hindi Fiction Stories

प्रदीप श्रीवास्तव भाग 2 ट्रेन चल दी थी, चाय वाला उस गति से आगे नहीं आ पाया. उसके हाथ में चाय की केतली, बांस की डोलची थी, जिसमें डिस्पोजल कप, कुल्हड़ दोनों ही थे. मैंने मन में कहा कोई ...Read More