काले धन के खिलाफ उठाए जाने वाले कदमों पर यह लेख चर्चा करता है। भारत में काले धन की समस्या एक समानांतर अर्थव्यवस्था के रूप में उभरी है, जो मादक पदार्थों के व्यापार और आतंकवाद जैसी अवैध गतिविधियों में उपयोग होती है, जिससे देश की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा को खतरा है। काले धन का अर्थ बिना हिसाब-किताब वाली आय या अवैध तरीके से अर्जित धन है, जो कर चोरी और अन्य अवैध कार्यों से प्राप्त होता है। सरकार ने काले धन को नियंत्रित करने के लिए कई उपाय किए हैं, जैसे आईडीएस योजना, दीर्घकालीन बॉण्ड, और रियल एस्टेट तथा जीएसटी कानूनों का कार्यान्वयन। विमुद्रीकरण की नीति भी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे भ्रष्टाचार और काले धन पर अंकुश लगाने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, विमुद्रीकरण के बाद भी आम लोगों में यह प्रश्न उठ रहा है कि क्या काले धन से निपटने के लिए यही एकमात्र उपाय है या और भी कदम उठाए जा सकते हैं। काले धन के खिलाफ क्या हो दूसरे कदम by saket sahay in Hindi Magazine 1.6k Downloads 8k Views Writen by saket sahay Category Magazine Read Full Story Download on Mobile Description प्रस्तुत आलेख काले धन के विरूद्ध विमुद्रीकरण के बाद सरकार द्वारा उठाए जाने वाले संभावित कदम के बारे में है। विगत कुछ वर्षों से हमारा देश अनेक आर्थिक, राजनैतिक एवं सामाजिक समस्याओं से गुजर रहा है, क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था के समानांतर एक और अर्थव्यवस्था खड़ी हो गई है। यह व्यवस्था काले धन की है। जिसका उपयोग मादक पदार्थों के अवैध व्यापार और आतंकवाद जैसी ध्वंसकारी गतिविधियों में किया जा रहा है। जिससे कि देश की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा को घातक नुकसान हो रहा है। काले धन या समानांतर अर्थव्यवस्था की समस्या सामान्य समस्याओं से अलग प्रकार की समस्या है क्योंकि जब हम सामान्य आर्थिक समस्याओं, यथा गरीबी, मुद्रास्फीति या बेरोजगारी के संबंध में विचार करते हैं तब हमारा ध्यान गरीब, निर्धन एवं बेरोजगार लोगों के समूह पर स्वत: केंद्रित हो जाता है। परंतु, जब काले धन या समानांतर अर्थव्यवस्था पर दृष्टिपात करते हैं तब एक नकारात्मक विशेषता दृष्टिगत होती है, क्योंकि इसमें वह व्यक्ति या व्यक्ति समूह प्रभावित नहीं होता, जो इस काले धन को रखता है बल्कि इससे वे व्यक्ति प्रभावित होते हैं, जो इससे वंचित रह गए हैं और साथ-ही-साथ इस देश की सरकार भी। यही तथ्य काले धन की समस्या को ध्वंसकारी साबित करती है। ........... More Likes This नव कलेंडर वर्ष-2025 - भाग 1 by nand lal mani tripathi कुछ तो मिलेगा? by Ashish आओ कुछ पाए हम by Ashish जरूरी था - 2 by Komal Mehta गुजरात में स्वत्तन्त्रता प्राप्ति के बाद का महिला लेखन - 1 by Neelam Kulshreshtha अंतर्मन (दैनंदिनी पत्रिका) - 1 by संदीप सिंह (ईशू) गलतफहमी - भाग 1 by Sonali Rawat More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hindi Crime Stories