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The Heart That Tried to Stay SilentThe next morning after he returned home from...
---Aethion’s Triumph in the Outerverse VoidHe turned— Only to see that the Seal...
શિક્ષકો પર SIR (સ્પેશિયલ ઇન્ટેન્સિવ રિવિઝન)ની કામગીરીના ભારણ - પર એક વ્યંગાત્મક...
भूल-74 पुराने ‘अच्छे’ दिनों में भाई-भतीजावाद इंदिरा की वंशवादी प्रवृत्ति की तुलन...
कवि वासुदेव गोस्वामी और उनका साहित्य-गीता गोस्वामी पाण्डेयसमीक्षाआलोचना निकष पर...
Part - 2 तो दोस्तों पार्ट 2 आ चुका है । ️उस रात जब शादी खत्म हुई,तो हॉल में बस...
ચંપક અને છગન બે પાક્કા દોસ્તાર. દોસ્તી એટલી ગાઢ કે ગામના લોકો તેમને 'જોડકું&...
સરકારી પ્રેમ ભાગ-૨"જો મિત્ર જેટલી પણ મોટી મોટી ક્રાંતિ ઈતિહાસમાં આવી છે એ બધી કો...
Welcome to Digital Virtual Business – your all-in-one destination for everyday s...
कबीर उठा और बाहर गया।बरामदे में खून की एक बूंद टपकी हुई थी…और वहाँ पड़ा था — वही...
सागर शहर की सुबह हमेशा की तरह सुनहरी थी। सूरज की पहली किरणें जब प्रेम के कमरे की खिड़की से अंदर आतीं, तो उनकी चमक कैमरे के लेंस पर पड़ती — जैसे कोई तस्वीर खुद ज़िंदगी को कैद...
“तुम जैसे लोग दूसरों की ज़िंदगी से खेलते हो, और सोचते हो सबकुछ ख़रीद सकते हो… लेकिन याद रखना, मैं बिकने वालों में से नहीं हूँ।” उसकी आवाज़ धीमी थी, मगर हर लफ्ज़ में आग थी। सा...
સવારના પાંચ વાગ્યા. આરતી આંગણું સાફ કરતી હતી. ઠંડી હવામાં એની શ્વાસોમાં થાક પણ ભળેલો હતો. મા ખાંસી રહી હતી અને નાનો ભાઈ અમિત હજી સુધી બિછાનામાં વળી ને પડેલો.આરતી (જોરથી):"અમિત,...
बारिश की हल्की बूँदें हवेली की पुरानी दीवारों से टकरा रही थीं, जैसे कोई अतीत की गाथा गुनगुना रहा हो। यह 'रत्नावली हवेली' थी, सदियों पुरानी, जिसके जंग लगे लोहे के दरवाजे और...
" ടി....എണിറ്റെ..." ഓ... ഈ രാവിലെ കിടന്നോട്ത് നിന്ന് എണിക്കാൻ അത് വല്ലാത്തൊരു ടാസ്ക് തന്നെയാ അല്ലെ.പിന്നെ എണിറ്റലേ പറ്റൂ . സാധാരണ സുബിഹി നിസ്കരിച്ചാൽ ഒറ്റ കിടത്തം! പക്ഷ...
पुराने किले में हलचल..... गामाक्ष के जाते ही सब तरफ सन्नाटा छा जाता है, , सब बेसुध इधर उधर पड़े थे किसी को कोई होश नहीं यहां क्या हो गया,।।। अब आगे............. रात के तीन...
दो दुनियाओं का पहला टकराव मुंबई… यह शहर कभी नहीं सोता। अनगिनत सपनों को अपनी पनाह में लिए, और लाखों जिंदगियों की भाग-दौड़ का गवाह। इसी शहर की हलचल से दूर, एक शांत और पुरानी गली में...
शाम का समय था । जानवी अपने पापा अशोक मुखर्जी से अपने पसंद के लड़के से शादी करने की जिद कर रही थी । जिस कारण से अशोक अपनी एकलौती बेटी जानवी को डांटता है । अशोक धनबाद शहर का एक जाना...
गाँव, किले, रेगिस्तान और पुरानी हवेलियाँ—हर जगह इन दोनों की छाप मिलती है, पर साफ़-साफ़ कुछ नहीं मिलता। कुछ बूढ़े बताते हैं कि उनके इर्द–गिर्द जो घटनाएँ हुईं, वो साधारण नहीं थीं।...
आयाना हमेशा जानती थी कि उसका घर कुछ खास नहीं है। लोग कहते हैं कि अमीर होना और सब कुछ होना खुशियों की गारंटी है, लेकिन उसके लिए यह सच बिल्कुल उल्टा था। उसके पिता, जो बड़े बिजनेसमैन...
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