नैना अश्क ना हो... - 9

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रात में डिनर से थोड़ा पहले प्रशांत आ गया ।जब तक प्रशांत फ्रेश हो कर , कपड़े चेंज कर आया रघु खाना लगा चुका था ।सब ने साथ मिल कर खाना खाया।प्रशांत खाते खाते बोला, "रघु आज तो सब्जी बहुत अच्छी बनाई है ,लगता है सिर्फ मेरे और मां के लिए खाना बना बना कर तू भी बोर हो गया है ;आज सब को देख कर तुमनेभी इतना स्वादिष्ट खाना बनाया है। "रघु शरमा गया, बोला "नहीं साब ये नव्या भाभी का कमाल है,उन्होंने ही सब्जी बनाई है ,मै तो बस मदद कर रहा था।"प्रशांत मां की तरफ शिकायती नजर