naina ashk na ho by Neerja Pandey | Read Hindi Best Novels and Download PDF Home Novels Hindi Novels नैना अश्क ना हो... - Novels Novels नैना अश्क ना हो... - Novels by Neerja Pandey in Hindi Love Stories (277) 28k 46.1k 15 नैना अश्क ना हो.…...…........नैनों में समन्दर आंसू काहृदय में हाहाकार हैक्या कोई समझेगा मेरी पीड़ा कोउनके लिए तो व्यापार हैंसर्वस्व न्यौछावर किया देश पेइसका मुझको अभिमान हैकरके दफन अपनी जख्मों कोपूरे अपने फर्ज करूकष्ट ऊठाऊं चाहे जितनाहर जनम तुम्हरा ...Read Moreकरूंहर जनम तुम्हरा वरण करू।ये कहते हुए नव्या की आंखें से आंसुओं का वेग रोके नहीं रुक रहा था । जब ये शब्द नव्या ने वीरता पुरस्कार ले कर सभी के कुछ कहने के अनुरोध पर ये लाइनें कहीं। वहां कोई ऐसा नहीं बचा था जिसकी आंखों में आंसू ना हो। शब्दों में अपने मैं Read Full Story Download on Mobile New Episodes : Every Wednesday नैना अश्क ना हो... - 1 (31) 5.6k 7.9k नैना अश्क ना हो.…...…........नैनों में समन्दर आंसू काहृदय में हाहाकार हैक्या कोई समझेगा मेरी पीड़ा कोउनके लिए तो व्यापार हैंसर्वस्व न्यौछावर किया देश पेइसका मुझको अभिमान हैकरके दफन अपनी जख्मों कोपूरे अपने फर्ज करूकष्ट ऊठाऊं चाहे जितनाहर जनम तुम्हरा ...Read Moreकरूंहर जनम तुम्हरा वरण करू।ये कहते हुए नव्या की आंखें से आंसुओं का वेग रोके नहीं रुक रहा था । जब ये शब्द नव्या ने वीरता पुरस्कार ले कर सभी के कुछ कहने के अनुरोध पर ये लाइनें कहीं। वहां कोई ऐसा नहीं बचा था जिसकी आंखों में आंसू ना हो। शब्दों में अपने मैं Read नैना अश्क ना हो... - भाग- २ (22) 4.3k 5.9k Part -2 शाश्वत ने अपने पिता को एक अजीब सी दुविधा में डाल दिया था। अगर वो बेटे की इच्छा का मान रखते हैं, तो समाज में क्या प्रतिष्ठा रह जाएगी? कैसे सामना करेंगे समाज से मिलने ...Read Moreतानों का ? अभी कुछ समय पहले ही उनके साथ काम करने वाले सिन्हा जी के बेटे ने साथ पढ़ने वाली यादव जी की पुत्री से विवाह कर लिया था। बेशक दोनों खुश थे परन्तु, उस समय बहुत चर्चाएं हुई थी। हर किसी की जुबान पर उन्हीं की बातें रहती थी। पूरा घटनाक्रम उन्हें याद आ गया। फिर उन्होंने सोचा Read नैना अश्क ना हो... - भाग -2 (21) 3.6k 5.4k उस दिन पापा ने बार बार शाश्वत से पूछा बताओगे कि क्या करूं ?पर वो कुछ भी नहीं कह पाया । किसी को भी कुछ नहीं सूझ रहा था कि क्या किया जाए ? जब दोपहर में नव्या से ...Read Moreहुई तो शाश्वत ने कहा कि तुम अपने पापा को मेरे यहां भेजो पर वो साफ मुकर गई।ना! बाबा ! ना मेरी हिम्मत नहीं है ,कि मैं पापा या मम्मी से बात कर सकूं ।शाम को सब ने मिलकर ये फैसला किया कि नव्या के मम्मी- पापा को फोन कर यहां खाने पर बुलाया जाए। फिर उसी समय बात की Read नैना अश्क ना हो... - भाग 3 (22) 3.8k 5.9k उधर शाश्वत की पोस्टिंग उधमपुर केआर्मी बेस के किश्तवाड़ में थी"। घर से आने के बाद उसे कुछ समय लगा यहां के परिवेश में ढलने में , पहाड़ों के बीच का अनुभव अब काम आ रहा था । बाॅर्डर ...Read Moreहोने के कारण सेना की एक टुकड़ी हमेशा अलर्ट मोड में रहती थी। लगातार गश्त पर जाना होता था । यहां मोबाइल नेटवर्क भी नहीं आता था। कभी कभी ही ऐसा होता जब नेटवर्क आता और तभी घर पे बात हो पाती थी । इधर नव्या भी हमेशा मोबाइल अपने हाथ Read नैना अश्क ना हो... - भाग - 4 (18) 2.9k 5.4k आर्मी हेडक्वार्टर से तड़के सुबह करीब चार बजे रहे होंगे कि आया ।सारे लोग सो रहे थे । नव्या ने काफी देर रात तक पढ़ाई की थी इसलिए वो गहरी नींद में सो रही थी।फिर फोन की चीखती हुई ...Read Moreउसके कानों में पड़ी" वो अनमनी सी हो गई की सुबह-सुबह ही किसका फोन आ गया" पर रात में गश्त पर जाने से पहले शाश्वत की काॅल आई थी किन्तु कुछ ही देर में डिस्कनेक्ट हो गया था ।इस वजह से उसे लगा कि शाश्वत अब गश्त से वापस लौट आए होंगे और उन्होंने हीं फोन किया होगा । वो Read नैना अश्क ना हो... - भाग-5 (15) 1.4k 2.5k "पत्रकार ने जैसे ही नव्या को देखा उसको देखते ही" ,उसकी ओर लपका । नवल जी और शांतनु जी ने उसे रोकने के लिए आगे बढ़े, पर उन दोनों की कोशिश सफल नहीं हो सकी।वो, कुछ दूर था तब ...Read Moreवहीं से नव्या से सवाल किया,"नव्या जी आपको कब और कैसे पता चला? कैप्टन शाश्वतशहीद हो गए ।क्या कहा आपने?नव्या ने विस्मित ! होकर पूछा ।नवल जी कुछ नहीं बेटा कहते हुए, उसे अंदर लाने की कोशिश की ।पर बाहर लगी भीड़ और न्यूज़ रिपोर्टर्स को देख कर उसेकुछ अनहोनी की आशंका हो गई।अब वो खुद पर काबू ना रख Read नैना अश्क ना हो... - भाग -6 (22) 1.2k 2.2k नव्या ने अपने आंसू पोछ लिए थे , क्योंकि शाश्वत नहीं चाहता था कि वो रोए या उसकी आंखों में आंसू का एक कतरा आए ; पर पर दिल में अंदर तक रची - बसी उसकी यादें नव्या को ...Read Moreनहीं दे रही थी। जब भी सोने के लिए अपनी आंखे बंद करती ,"शाश्वत का हंसता हुआ चेहरा उसकेसामने आ जाता "।नव्या चौंक कर बैठ जाती। किसी तरह सो भी जाती, तो भी उसे सपने में शाश्वत ही दिखाई दे रहा था।इधर नव्या का हाल बेहाल... था तो उधर शाश्वत के मां की हालत Read नैना अश्क ना हो... - भाग - 7 (18) 1k 1.9k शांतनु जी ने अपने दुख को अपने जब्त कर लिया था। उन्होंने निश्चय किया की मै जब तक जीवित हूं ,नव्या के आस पास भी गम की छाया ना पड़े इसका पूरा प्रयत्न करूंगा। शाश्वत नहीं है तो ...Read Moreहुआ ,जिसे वो अपने प्राणों से अधिक चाहता था वही अब मेरे लिए मेरा शाश्वत है। नव्या के आगे पूरी जिंदगी पड़ी थी ,उसे आगे बढ़ाना शांतनु जी अपना दायित्व समझते थे। यही सोचकर उन्होंने नव्या को फिर से कोचिंग जाने के लिए कहा। पर नव्या ने ये कह कर मना कर दिया कि " पापा मै नहीं Read नैना अश्क ना हो... - 8 (20) 1.1k 1.9k रात भर के सफ़र के बाद जब सुबह आंख खुली तो नई दिल्लीस्टेशन बस आने ही वाला था।जैसे ही ट्रेन रुकी शांतनु जी बाहर गेट के पास आए देखने की किसी कुली को बुला ले समान उठाने के लिए ...Read Moreपर सामने से सेना के कुछ जवान आते दिखाई दिए । वो समझगए कि ये उनको ही रिसीव करने आए है ।सबसे आगे चल रहे जवान ने पास आकर शांतनु जी के पैरछुए और बोला ,"सर मै आपको लेने आया हूं ।"शांतनु जी बोले,"पैर भी छूते हो, और सर भी कहते हो !!!!अंकल कह सकते हो बेटा ।"जवाब में जवान Read नैना अश्क ना हो... - 9 (29) 1.2k 2.1k रात में डिनर से थोड़ा पहले प्रशांत आ गया ।जब तक प्रशांत फ्रेश हो कर , कपड़े चेंज कर आया रघु खाना लगा चुका था ।सब ने साथ मिल कर खाना खाया।प्रशांत खाते खाते बोला, "रघु आज तो सब्जी ...Read Moreअच्छी बनाई है ,लगता है सिर्फ मेरे और मां के लिए खाना बना बना कर तू भी बोर हो गया है ;आज सब को देख कर तुमनेभी इतना स्वादिष्ट खाना बनाया है। "रघु शरमा गया, बोला "नहीं साब ये नव्या भाभी का कमाल है,उन्होंने ही सब्जी बनाई है ,मै तो बस मदद कर रहा था।"प्रशांत मां की तरफ शिकायती नजर Read नैना अश्क ना हो..भाग - 10 300 912 उस कार्यक्रम के बाद सभी घर आ गए। दिन भर की भाग - दौड़ की वजह से सभी थक गए । इस कारण सभी अपने - अपने कमरे में आकर जल्दी ही सो गए।दूसरे दिन दोपहर में उनकी ट्रेन ...Read More। रात में जल्दी सोने के कारण सभी जल्दी ही उठ गए। अभी उन्हें जगे कुछ ही देर हुआ था कि प्रशांत भी मार्निंग वॉक से आ गया। रघु चाय लेकर आया तो सभी लॉबी में आ चुके थे । प्रशांत ने शांतनु जी से पूछा,"अंकल ट्रेन कितने बजे है ,मै आज छुट्टी ले लेता हूं आप सभी को ट्रेन Read नैना अश्क ना हो... - भाग - 11 (14) 399 1k दिल्ली से घर आकर सब रिलैक्स हो गए थे। दूसरे दिननवल जी कुछ जरूरी काम आ जाने से शांतनु जी से किया गया वादा (दूसरे दिन आने का)नहीं पूरा कर सके।वापस आने के कुछ दिन बाद दिल्ली हेड ऑफिस ...Read Moreनव्या के पास फोन आया कि आप एक महीने बाद अपने डाक्यूमेंट्सके साथ रिपोर्ट करे । आपके लिए एक सम्मानित पद का आपके योग्यता के अनुरूप सृजन किया जाएगा। नव्या नेहां कर दिया की बताए गए डेट को वो अपने डाक्यूमेंट्सलेकर पहुंच जाएगी।बात खत्म होने पर वो शांतनु जी के पास गई और शांतनु जी के पास जा कर बोली,"पापा Read नैना अश्क ना हो... - भाग - 12 234 570 शांतनु जी नव्या के मायके से लौटे तो रास्ते में बाज़ार भी हो लिए । इतनी देर घर से बाहर रहने का कुछ कारण तो होना चाहिए। घर पहुंचते ही सब सवाल - जवाब शुरू के देंगे की इतनी ...Read Moreतक कहां थे। दरअसल में जब से शाश्वत गया था ;शांतनु जी का ब्लड प्रेशर कंट्रोल नहीं रहता था। वो अचानक सेब्लड प्रेशर बढ़ने पर बेहोश हो जाते थे , इसलिए जब भी शांतनुजी बाहर जाते जरा सी भी देर होने पर सब परेशान हो जाते कीकही वो फिर से बेहोश तो नहीं हो गए ।जल्दी जल्दी बाज़ार से कुछ Read नैना अश्क ना हो... - भाग - 13 225 546 थोड़ी देर की खामोशी के बाद नव्या बोली, " क्या आप सब नहीं चाहते कि मै शाश्वत का अधूरा ख्वाब पूरा करूं ? उसका पहला प्यार देश है और शाश्वत मेरा पहला प्यार तो मै कैसे उसके प्यार को ...Read Moreदूं ! मेरा भी पहला प्यार अब देश ही है । मै अपना जीवन देश के नाम समर्पित करना चाहती हूं । पापा आप ये मत समझिए कि मै देश सेवा करते हुए मै अपना वो दायित्व नहीं पूरा करूंगी जो मेरा आपके और इस घर परिवार के प्रति है । अब मुझे कुछ नहीं कहना जो भी फैसला आप Read नैना अश्क ना हो... - भाग 14 243 564 इधर नवल जी साक्षी और नव्या को लेके घर पहुंचे। जैसे बच्चों के आ जाने से घर में जान आ गई थी। पर उन दोनों को ही पता था कि ये खुशी बस पल भर की है फिर रहना ...Read Moreउन्हे अकेले ही है। तो क्यों ना हर पल को मजे से इंजॉय किया जाए ना की ये सोच कर दुखी हुआ जाए कि कल से फिर अकेले ही रहना है। चेंज कर नवल जी बोले, " नव्या चलो पत्ते हो जाए । क्या आज फिर कोशिश करोगी पापा को हराने की ? साक्षी आओ तुम भी Read नैना अश्क ना हो... - भाग 15 228 726 नव्या ने शांतनु जी से पूछा, "पापा - मां आपको कोई एतराज़ तो नहीं साक्षी को मम्मी पापा के पास रखने में?""नहीं बेटा ! साक्षी नवल जी और गायत्री जी पास रहे या मेरे पास बात एक ...Read Moreहै अब हम एक ही परिवार है एतराज़ कीतो कोई बात ही नहीं।"" तो फिर बात पक्की पापा और मां मेरे साथ चलेंगे। साक्षीमम्मी - पापा के साथ रहेगी। पापा आप अपनी छुट्टी कीव्यवस्था कर लीजिए।" नव्या ने कहा।सब कुछ तय होने के बाद शांतनु जी अपने परिवार के साथघर लौट आए। नवल जी और गायत्री बहुत खुश थे कि Read नैना अश्क ना हो... - भाग 16 186 651 प्रशांत ने बहुत ही ज्यादा भाग - दौड़ कर नव्या की ज्वाइनिंग की सारी फॉर्मेलिटी पूरी करवा दी । शांतनु जी एक जगह बैठे सारा कुछ देख रहे थे । प्रशांत ने उन्हे अपनी जगह से हिलने भी नहीं ...Read More। नव्या के साथ सारी कागजी कार्यवाही पूरी करवाता रहा। शीघ्र ही सब कुछ पूरा हो गया। नव्या को ज्वाइनिंग लेटर मिल गया । परसो सुबह से ही नव्या की ट्रेनिग शुरू थी। मिलिट्री ट्रेनिंग एकेडमी की बजाय नव्या के लिए स्पेशल ट्रेनिंग की व्यवस्था यही दिल्ली मै ही करवाई गई थी। नव्या और प्रशांत अंदर चले गए थे, शांतनु Read More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Novel Episodes Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Humour stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Social Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Neerja Pandey Follow